इससे पहले भी सुषमा भारत और हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। इंग्लैंड दौरे के लिए जाने वाली महिला क्रिकेट टीम की अगुवाई मिताली राज करेंगी। चयन के बाद सुषमा वर्मा का कहना है कि एचपीसीए की बदौलत उन्हें यह मुकाम हासिल हुआ है।
छोटे से प्रदेश में खिलाड़ियों को क्रिकेट की बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं। इससे हिमाचल के क्रिकेटरों का उत्साह बढ़ रहा है। उधर, इससे पहले भी सुषमा वर्मा बंगलादेश दौरे के दौरान प्रतिभा का लोहा मनवा चुकी है। सुषमा राष्ट्रीय स्तर के सीनियर और जूनियर कैंप भी लगा चुकी हैं।
बचपन से क्रिकेट का जुनून
इसी वर्ष में नार्थ जोन टीम में वूमैन इंटर जोनल क्रिकेट टूर्नामेंट में वाइस कैप्टन की भूमिका निभाई। वहीं उन्होंने वूमैन चैलेंजर ट्राफी 2013-14 में इंडिया रेड की ओर से अपने खेल के जलवे दिखाए। सुषमा ने इसी वर्ष में श्रीलंका के खिलाफ विजांग में भारतीय टीम की ओर से खेला। वर्मा ने टी-20 वर्ल्ड कप भी खेला है।
2012-13 में चैलेंजर कप 2012-13 में भी इंडिया ब्लू की ओर से खेल चुकी है। प्रतिभा के बूते सुषमा ने लगातार एचपीसीए की वूमैन टीम में जगह पा कर टी-20 और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में स्थान पाया। सुषमा की स्कूली शिक्षा बनूणा, उसके बाद पोर्टमोर से हुई, एचपीयू से बीए करने के बाद वर्तमान में पत्रकारिता की पढ़ाई कर रही है।